तोरई की सब्जी बहुत ही स्वादिष्ट और पौष्टिक होती है गर्मियों के आसपास आने वाली तोरई में ढेर सारे गुण होते हैं जो इसे आपकी सेहत के लिए परफेक्ट सब्जी बनाते हैं तोरई की सब्जी खाने से शरीर में रक्त का निर्माण होता है, इसके अलावा इसे खाने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता एकदम बढ़ जाती है डॉक्टर्स भी अक्सर हरी सब्जियां खाने की सलाह देते हैं
तो आइए जानते है तोरई हमारे लिए कितना फायदेमंद हैं
आयुर्वेद के अनुसार तोरई पचने में आसान होती है, लेकिन पेट के लिए थोड़ी गरम होती है। यह कफ और पित्त को शांत करने वाली होती है इसके साथ ही साथ हमारे शरीर के घाव को ठीक करती है।
तोरई वजन को कम करने में भी सहायक है। यह आंखों की रोशनी में फायदेमंद है। तोरई को ब्याल कर खाने के ज्यादा फायदे होते हैं। इसे बनाने से पहले इसके छिलके नहीं उतारने चाहिए ।
तोरई एक हरी सब्जी होने के कारण इसमे विटामिन से भरपूर मात्रा में होता है।
तोरई हमारे शरीर के खून को साफ करने के साथ-साथ खुन की कमी को भी दूर करती है। यह डायबिटीज़ के मरीजो के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद है, यह खुन और पेशाब में चीनी की मात्रा कम करता है।
तोरई हमारे बालो के लिए भी काफी फायदेमंद है, तुरई को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट कर, सुखा कर बारीक़ कुट लें। फिर इसको 3-4 दिन के लिए नारियल तेल में एक रख दें उसके बाद रोज हल्की हल्की तेल से मालिश करें। बाल काले और घने होंगे।
तोरई पीलिया रोग के लिए भी बहुत ही फायदेमंद है। यह मुहांसे, एक्जिमा जैसे त्वचा संबंधी बिमारियों को दूर करता है। इसके साथ ही शरीर को रोग-प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है।
तोरई के डंठल को दूध या पानी में घिसकर पीने से पथरी रोग में भी लाभ होता है। अगर एलर्जी से चकत्ते हो जाते या कोई भी कीड़ा काट लें तो तोरई के फूल या उसके तना को मक्खन में घिसकर लेप लगाने से आराम मिलता है ।
तोरई के बीजों को पीसकर 1-2 ग्राम तक सेवन करने से कब्ज भी ठीक होता है। तोरई के फलों की सब्जी बनाकर खाने से भूख भी बढ़ती है ।
एक रिसर्च के अनुसार तोरई में पाए जाने वाले फ्लेवनॉइड्स और टैनिन हृदय रोगों के लक्षणों को दूर करने में मदद करता है।