भगवान श्री राम का अयोध्या में बन रहे मंदिर से पाकिस्तानी प्रेमियों और पाकिस्तान में काफी दुख का माहौल है. पाकिस्तान सरकार को राम मंदिर से बहुत दुख हुआ है पाकिस्तानी सरकार के रेल मंत्री शेख रशीद ने विवादित बयान दिया है उनके अनुसार भारत अब संप्रदायिक हो गया है. उनका यह मानना है कि भारत में अब हिंदूवादी ताकतें बढ़ रहे हैं.
रेल मंत्री शेख रशीद पीएम मोदी को निशाना बनाते हुए अपने बयान कहा है कि भारत अब तक कलर्स बेस्ट नहीं रहा वहां को मुसीबत हो रही है. उन्होंने यह भी कहा कि पिछले साल 5 अगस्त को ही धारा 370 हटाई गई थी और उसी तारीख को राम मंदिर भूमि पूजन किया गया है. रसीद का कहना है पाकिस्तान के मुसलमान कश्मीरियों के साथ है. सिर्फ यही चाहते हैं कि भारत उनको यह मौका दें कि वह किसके साथ रहना चाहेंगे.
केंद्र सरकार ने पिछले वर्ष 5 अगस्त को ही धारा 370 आई थी और इस वर्ष 5 अगस्त को निर्माण के लिए भूमि पूजन हुआ है. सरकार के कार्य को देखकर पाकिस्तान तिलमिला उठा है. जिसकी वजह से पाकिस्तान रेल मंत्री शेख रशीद बेतुका बयान दे रहे हैं. हालांकि से ग्रसित कभी इस चीज पर नहीं बोलते पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के साथ क्या किया जाता है किस तरह उनका जबरन धर्म परिवर्तन किया जाता है वह आंखों की बहू बेटियों की इज्जत के साथ कैसे खेला जाता है. बेटियों के साथ जबरदस्ती निकाह किया जाता है सामूहिकइन घटनाओं के बारे में कभी भी पाकिस्तान सरकार यह किसी भी पाकिस्तानी राजनीतिक पार्टी की तरफ से कोई बयान नहीं आता सिर्फ उनको दोस्त भारत में हो रहे अल्पसंख्यकों के बाद में दिखता है. जब की बात यह है कि भारत जैसे देश में किसी भी धर्म को कोई खतरा नहीं है यहां सभी धर्मों को बराबर सम्मान फलने फूलने का मौका मिलता है यह और बात है. अल्पसंख्यक इस स्वतंत्रता का गलत फायदा उठाते हैं और आए दिन राजकीय संपत्ति को नुकसान पहुंचाते हैं. गैर मुस्लिम धर्म को प्रताड़ित भी करते हैं.
बीते मंगलवार को पाकिस्तान ने एक मानचित्र जारी किया जिसके तहत वह पूरे जम्मू-कश्मीर और गुजरात के कुछ हिस्सों पर अधिकार दिखाया गया था. भारत सरकार पाकिस्तान के उस मानचित्र को एक हास्यप्रद समझती है उस लक्ष्य की कोई कानूनी वैधता या उसका कोई मोल नहीं है अंतर्राष्ट्रीय विश्वसनीयता है. पर सरकार पाकिस्तान की कार्य को एक मूर्खता वाला काम बता रही है. कहीं ना कहीं मूर्खता भरे कार्यों में चीन का भी हाथ हो सकता है बीते कुछ दिनों पहले नेपाल ने भी इसी तरीके की हरकत की थी.