रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के आसान उपाय
इम्युनिटी को हिंदी में रोग प्रतिरोधक क्षमता या प्रतिरक्षा कहा जाता है। ये इम्यूनिटी हमारे शरीर की टॉक्सिन्स से लड़ने की क्षमता होती है। टॉक्सिन्स बक्टीरिया, वायरस, फंगस या कोई अन्य नुकसानदायक पदार्थ हो सकते हैं। यही हमारे शरीर को बीमारियों से लड़ने की शक्ति प्रदान करती है, अगर हमारी इम्यूनिटी मजबूत है तो यह हमे न सिर्फ सर्दी और खांसी से बचाती है बल्कि हेपैटाइटिस, लंग इनफेक्शन, किडनी इनफेक्शन सहित और कई छोटी-छोटी बीमारियों से भी हमारा बचाव करती है।
हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में हमारे खाद्य पदार्थ की अहम भूमिका होती हैं। ताजे फल और सब्जियोंमें भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडें होते हैं और ये विभिन् रोगों से शरीर को बचाते हैं।
इम्युनिटी को बढ़ाने के लिए सबसे पहले आप स्वस्थ जीवनशैली को चुने। इम्युनिटी बढ़ाने के लिए कुछ सामान्य स्वास्थ्य-संबंधी दिशानिर्देशों का पालन करना ज़रूरी है।
- धूम्रपान न करें
- पोषित सब्ज़ियां, फल, साबूत अनाज का सेवन करे
- नियमित व्यायाम करें।
- अपने वजन को संतुलित रखें।
- अपने ब्लड प्रेशर को सामान्य रखें।
- शराब पीते हैं तो उसका सेवन कम से कम करें।
- पूर्ण तरीके से नींद लें।
- खाना खाने से पहले भी अपने हाथों की ज़रूर धोएं।
- खाना बनाने से पहले सब्ज़ियों को अच्छी तरह से धो लें ।
- समय-समय पर अपनी चिकित्सीय जांच ज़रूर करवाएं।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ
हमारे भोजन में शामिल कुछ पोषक तत्वों से इम्यून सिस्टम को सुधारा जा सकता है। इन पोषक तत्वों को भोजन में शामिल कर के बढ़ाये अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता.
गुड़ और चने दोनों को एक साथ में सेवन करने के फायदे
विटामिन A के लिए इन भोज्य पदार्थों का सेवन करें
गाजर, पीले व लाल शिमला मिर्च, कद्दू, शकरकंद, आम, खुबानी, संतरा, पपीता, खरबूजा, चकोतरा, डेयरी उत्पाद जैसे- दूध और दूध से बने पदार्थ जैसे पनीर, दही आदि
विटामिन E
खुबानी, कीवी, बादाम, मूंगफली, चिलगोज़े, जैतून, सूरजमुखी के बीज, कद्दू के बीज, वनस्पति तेल जैसे गेहूं के बीज का तेल, सूरजमुखी का तेल, सोयाबीन का तेल, बादाम का तेल सरसो एवं शलगम का साग, ब्रोकोली, कद्दू इनमे विटामिन E भरपूर मात्र में पाया जाता है ।
विटामिन C
विटामिन C में एंटीऑक्सिडेंट मौजूद होते हैं जो फ्री रेडिकल्स के कारण शरीर को होने वाले क्षति एवं संक्रमण से भी बचाते हैं – नींबू, संतरा, अंगूर, पपीता, स्ट्रॉबेरी, आंवला, ब्रोकोली, हरी मिर्च, लाल व पीली शिमला मिर्च, टमाटर इनमे विटामिन C पाया जाता है ।
विटामिन D
आपको बता दें की कई रिसर्च से पता चला है कि विटामिन D वायरल संक्रमण एवं श्वांस सम्बन्धी संक्रमण को रोकने में लाभदायक साबित होता हैं ।इसके लिए इनका सेवन करें – मशरूम, विटामिन D की मदद से कैल्शियम को शरीर में बनाए रखने में मदद मिलती है जो हड्डियों की मजबूती के लिए अति अत्यावश्यक होता है, सूर्य की रौशनी से भी हमें विटामिन D मिलती है।
आयरन
आयरन की कमी से इम्यूनोकोम्प्रोमाइज़ की स्थिति आ जाती है, जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता की कमी हो जाती है। अतः अपने भोजन में आयरन ( लौह तत्व) की मात्रा भरपूर रखें । पालक, ब्रोकोली, सलाद पत्ता, साबुत अनाज, सेम, मटर, अंकुरित फलियां, गुड़, खजूर, तथा खाना पकाने के लिए हो सके तो लोहे के बर्तन का उपयोग करें।
ज़िंक
ये श्वेत रक्त कोशिकाओं को बढ़ाने में मदद करता है, जो संक्रमण से बचाव करतें है। दूध दही, पनीर, छोले व अन्य फलियां, नट्स एवं बीज जैसे- बादाम, मूंगफली, चिलगोज़े, तिल के बीज, कद्दू के बीज का सेवन करे इनमे ज़िंक पर्याप्त मात्र में पाया जाता है, जो की हमारे शरीर में जिंक की कमी को पूरा करता है।
ओमेगा ३
ओमेगा ३ ये प्रोबायोटिक्स के कार्य को प्रभावी बनाते है, जिससे हमारा पेट स्वस्थ रहे एवं इम्यून सिस्टम मजबूत बन सके। इसके लिए अलसी के बीज और अखरोट, अलसी का तेल और सोयाबीन का तेल, जूस, दूध और सोया पेय का सेवन करे ।