दिल्ली से कुछ ही किलोमीटर दूर ग्रेटर नोएडा के एक गावं में गरीब परिवार की होनहार बेटी सुदीक्षा भाटी की मौत से पूरा मातम हुआ है, घटना सोमवार की है, सुदीक्षा अपने चाचा और भाई के साथ बाइक पर बैठकर दादरी से बुलंदशहर अपने मामा के घर जा रही थी.तभी यह हादसा हुआ जिसमे उसकी जान चली गयी,
आपको बता दें की उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में मनचलों की वजह से एक बेहद ही होनहार छात्रा सुदीक्षा भाटी को अपनी जान गंवानी पड़ी. इस गरीब परिवार की बेटी अमेरिका में अपनी पढ़ाई कर रही थी और छुट्टियों मे अपने घर आयी हुए थी. और वह अपने चाचा और भाई के साथ बाइक पर वो अपने मामा के घर बुलंदशहर जा रही थी. मनचलों की वजह से हुए दर्दनाक हादसे में इस होनहार छात्रा की मौके पर मौत हो गई. परिवार भले ही गरीब था लेकिन ये बेटी बहुत ही होनहार थी कि उसको अमेरिका में पढ़ाई के लिए उसे स्कॉलरशिप मिली थी. छुट्टियों में अमेरिका से आई अपने गहर आये हुए थी,
अगस्त में ही सुदीक्षा को अमेरिका लौटना था
सुदीक्षा भाटी HCL से 3.80 करोड़ रुपए की स्कॉलरशिप मिलने से सुर्खियों में आई थी,कोरोना संकट के कारण जून में अमेरिका से लौटी थी, उसे 20 अगस्त को ही अमेरिका वापस जाना था, अमेरिका लौटने से पहले वो अपने निहाल वालों से मिलना चाहती थी, सुदीक्षा ने अपनी पढ़ाई बुलंदशहर से ही की थी, जब वह अपने चाचा और भाई के साथ जा रही थी तो बुलंदशहर के करीब बुलेट पर सवार दो मनचलों ने उनकी बाइक का पीछा करना शुरू कर दिया. कभी वे स्टंट करते तो कभी सुदीक्षा पर फब्तियां कसते थे. थोड़ी दूर जाकर इन मनचलों ने अचानक अपनी बुलेट को ब्रेक लगा दिए. इससे सुदीक्षा के चाचा की बाइक स्लिप हो गई और मौके पर ही सुदीक्षा की मौत हो गई. सबसे बड़ी हैरत की बात ये कि पुलिस अभी तक इस मामले को हादसा ही बता रही है.
4 करोड़ की स्कॉलरशिप वाली बेटी सुदीक्षा भाटी की हादसे में मौत
इस पूरी घटना के बारे में सुदीक्षा के चाचा ने कहा, हम लोग बच्चे को स्कूटी से लेने जा रहे थे. हमें चौराहा पार करते ही बुलंदशहर गांव पड़ता है, वहां एक बुलेट थी जिसपे सवार कई बार हमें ओवरटेक किया. हमने अपनी स्कूटी को बहुत ही धीमी कर ली. फिर वह बुलेट वाला स्टंट मारने लगा. कभी कुछ फब्तियां कसते थे, उसके बाद उन लोगो ने आगे जाकर एकदम से हमारे आगे ब्रेक मार दी. हमारी स्कूटी की सीधी उसमें टक्कर लगी और मैं भी गिर गया और मेरी भतीजी सिर के बल पीछे की तरफ गिरी. मैं बुलेट सवार वालो को पहचान नहीं पाया. मैंने देखा था की बुलेट पर जाट लिखा हुआ था. घटना के बाद वह वहां से भाग गए थे .
इस बारे में सुदीक्षा के भाई निगम भाटी ने कहा, हुम लगो के बाइक की स्पीड 30 की ही रही होगी. हमें एकदम से ब्रेक मरना पड़ा. सामने हमारे बुलेट थी जिस पर जाट लिखा था. जो की यूपी-13 की बाइक थी. इमरजेंसी के चक्कर में मै नंबर नहीं नोट कर पाया. दीदी पीछे की तरफ गिर गई और मैं आगे गिरा लेकिन मुझे चोट नहीं आई. सुदीक्षा के घर पर एक अन्य व्यक्ति ने कहा, घटनास्थल पर पुलिस करीब आधे घंटे के बाद पहुंची. और वे एस घटना को छुपाने की पूरी कोशिश कर रहे है.
चायवाले की होनहार बेटी थी सुदीक्षा
आपको बता दें की सुदीक्षा भाटी इसी लॉकडाउन में जून में अपने घर वापस आयी थी, और अगस्त में ही सुदीक्षा को अमेरिका जाना था और वो जाने से पहले अपने नानिहाल में सबसे मिलने जा रही थी तभी यह हादसा हो गया, ग्रेटर नोएडा की सुदीक्षा भाटी ने अपनी मेहनत के बलबूते पर अमेरिका में पढ़ाई करने की कामयाबी हासिल की थी। हालांकि, उसके लिए यह आसान नहीं था। पिता चाय बेचकर परिवार का भरण-पोषण करते हैं। सुदीक्षा के पिता ने कहा-आज फिर एक तारा टूट गया। मुझे पुलिस से कोई इंसाफ नहीं चाहिए। इंसाफ मेरी बेटी को चाहिए। इसमे उसका कुछ भी दोष नहीं था, पिता ने बतया की सुदीक्षा का सिलेक्शन 2011 में विद्या ज्ञान लीडरशिप एकेडमी स्कूल में हुआ था। और 2018 की सीबीएसई परीक्षा में 98% अंक हासिल कर बुलंदशहर जिले में टॉप किया था। वही से इसकी जिंदगी में बदलाव आया था, वह अमेरिका के बॉब्सन कॉलेज में बिजनेस मैनेजमेंट का कोर्स कर रही थी।