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शराब कारोबारी विजय माल्या लंदन में गिरफ्तार, कुछ ही देर में मिली जमानत

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नई दिल्ली: भारतीय शराब कारोबारी विजय माल्या को आज मंगलवार को लन्दन में मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार किया गया था लेकिन कुछ ही समय में उनको वहां की एक स्थानीय अदालत से उन्हें तुरंत जमानत मिल गयी. यह कार्यवाई प्रवर्तन निदेशालय के रिक्वेस्ट पर हुए थी विजय मल्ल्या पर 9000 करोड़ रुपये से अधिक का क़र्ज़ है जिसको मल्ल्या ने 17 भारतीय बैंक से लिया था. आपको बता दे की प्रवर्तन निदेशालय की टीम विजय मल्ल्या के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल करने लंदन पहुँची थी जो की मल्ल्या के प्रत्यर्पण को लेकर उठाया गया था.

आपको बता दें की प्रवर्तन निदेशालय की टीम विजय माल्या के खिलाफ क्राउन प्रोसीक्यूशन कार्यालय के समक्ष 5,500 पृष्ठ का आरोप पत्र और अन्य दस्तावेज़ जमा करने के लिए पहुंची थी. और क्राउन प्रोसीक्यूशन कार्यालय माल्ल्या के प्रत्यर्पण के लिए लड़ रहा है

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इससे पहले भी विजय माल्या को 18 अप्रैल को लंदन में क़र्ज़ न चुकाने के मामले में गिरफ्तार किया गया था फिर कुछ घंटो बाद वहां की एक स्थानीय अदालत से जमानत भी मिल गयी थी. वहां के एक पुलिस अधिकारी ने ये बताया की 61 साल के विजय माल्या को लन्दन के एक पुलिस थाने ला कर कुछ देर हिरासत में भी रखा गया था लेकिन वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत ने विजय माल्या को 650,000 पाउंड के मुचलके पर जमानत दे दी थी.

भारत की अदालत ने विजय माल्या को भगोड़ा घोषित किया है
प्रवर्तन निदेशालय ने बुधवार (14 जून) को मुंबई के एक विशेष अदालत में, बंद हुई विजय माल्या की कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस द्वारा IDBI बैंक के 900 करोड़ रुपये के कर्ज को नहीं चुकाने के मामले में भगोड़े और अन्य सारे आरोप पत्र दायर किया था.

शीर्ष अदालत ने अपने फैसले में 7 अप्रैल, 2016 के आदेश में विजय माल्या को उसके, उसकी पत्नी और बच्चों के भारत तथा विदेशों में स्थित सभी चल-अचल संपत्तियों का व्योरा देने को कहा था. आपको बता दे SBI के अलावा विजय माल्या पर बैंक ऑफ बड़ौदा, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, एक्सिस बैंक, कॉरपोरेशन बैंक, फेडरल बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, जम्मू और कश्मीर बैंक, IDBI बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, पंजाब एंड सिंध बैंक, यूसीओ बैंक और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया का कर्ज है.

 

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