नई दिल्ली: दिल्ली मेट्रो में सफ़र करने वालो को कुछ राहत मिल सकती है घट सकता है मेट्रो का किराया. मिली जानकरी के मुताबिक 5 किलोमीटर से 12 किलोमीटर और 12 किलोमीटर से 21 किलोमीटर तक के स्लैब में कटौती किये जाने की सम्भावना है बताया ये भी जा रहा है कि दोनों स्लैब में 5-5 रुपए की कटौती की जा सकती है. अभी केंद्रीय शहरी और विकास मंत्रालय ने 5 से 12 किमी का किराया 20 रुपये से बढ़ाकर 30 रुपये और 12 से 21 किमी के स्लैब का किराया 30 रुपये से बढ़ाकर 40 रुपये किया है. प्राप्त सूत्रों का कहना है कि केंद्रीय शहरी और विकास मंत्रालय इन दोनों ही स्लैब में कटौती पर पुनर्विचार के लिए जल्द कह सकती है. इसके साथ ही शहरी विकास मंत्रालय दिल्ली मेट्रो में वरिष्ठ नागरिकों और बच्चों के लिए किराये के लिए कोई नई स्कीम का भी एलान कर सकती है.
आपको बता दें की हुए दिल्ली मेट्रो के किराए में बढ़ोतरी के मामले में दिल्ली मेट्रो रेल निगम बोर्ड ने कुछ भी हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया था, इसके साथ ही दिल्ली मेट्रो किराये में वृद्धि लागु हो गयी थी. दिल्ली मेट्रो के किराये में यह 6 महीने के भीतर यह दूसरी बढ़ोतरी हुई है . मेट्रो के बढे हुए हुए किराये का पहले फेज लागू होने से पहला का मिनिमम किराया आठ रुपये होता था, जो की किराया बढने के बाद से 10 रुपये हो गया है. और जो अधिकतम किराया था वो 30 रुपये हुआ करता था जो की पहले फेज के बढ़ने से 50 रुपये हो गया था और अब इसी महीने की 3 तारीख के बाद से 60 रुपये हो गया है. जो की सीधा डबल हो गया है. इसकी मार रोज़ यात्रा कर रहे यात्रियों के जेबों पर पड़ा है इसका काफी विरोध भी हुआ है.
बढे हुए किराये से यात्रियों की संख्या में आएगी कमी, डीएमआरसी को होगा नुकसान : जैन
दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन ने आज ये दावा किया है कि मेट्रो के किराए में हुए वृद्धि से यात्रियों की संख्या में कमी आएगी और डीएमआरसी को इसका पूरा नुकसान उठाना होगा. उन्होंने ये भी कहा कि दिल्ली मेट्रो में हुए किराए में वृद्धि से सड़कों पर काफी भीड़भाड़ बढ़ जाएगी और इसके साथ ही राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण का स्तर भी और बढ़ जाएगा. मेट्रो के किराए में हुए वृद्धि पर विधानसभा में एक प्रस्ताव पर सत्येन्द्र जैन ने कहा कि डीएमआरसी की शुरूआत एक सामाजिक उपक्रम के रूप में हुयी थी जिससे दिल्ली की सड़कों पर भीड़भीड़ के अलावा प्रदूषण को समाप्त किया जा सके. उन्होंने विधानसभा में ये भी कहा कि यह कोई एक व्यवसायिक उपक्रम नहीं है. जैन ने कहा कि इससे छात्र और आफिस जाने वाले लोग सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे.
आपको बता दें की एक सबसे बड़ी बात का जिक्र करते हुए जैन ने कहा की एयरपोर्ट मेट्रो का अधिकतम किराया 120 रूपए था लेकिन यात्रियों की कम संख्या को देखते हुए इसमें 50 प्रतिशत तक कमी करनी पड़ी. उसके बाद यात्रियों की संख्या में वृद्धि देखी गयी.
मेट्रो किराये में वृद्धि के खिलाफ एबीवीपी ने प्रदर्शन किया
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के सदस्यों ने मेट्रो ट्रेन के किराये में वृद्धि को फौरन DMRC से वापस लेने की मांग करते हुए यहां बाराखंभा रोड स्थित दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) के मुख्यालय के बाहर कल मंगलवार को प्रदर्शन किया था. वहीं, एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं के एक समूह ने भी किराये में हुए वृद्धि के खिलाफ कल एक मेट्रो ट्रेन रोक दी थी.