यूक्रेन इंटरनेशनल एयरलाइंस का बोइंग 737 विमान ईरान के इमाम खामेनेई हवाई अड्डे से उडान भरते ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया । बोइंग 737 ने यूक्रेन की राजधानी कीएफ के लिए उडान भरी थी। जिसमें 170 से अधिक लोगों के सवार होने की सूचना है। जिसमें से सभी लोगों के मारे जाने का समाचार है। विदेश मंत्री वादिम प्रस्ताएको का कहना है कि इस विमान में ईरान के 82 लोग, यूक्रेन के 11 लोग, कनाडा के 63 लोग, स्वीडन के 10 लोग और ब्रिटेन तथा जर्मनी के तीन-तीन लोग सवार थे ।
इस घटना के तुरन्त बाद ये क्यास लगाया जाने लगा कि अमेरिका ने इस विमान को तो नहीं मार गिराया क्यों कि इस समय ईरान और अमेरिका में युद्ध जैसे हालात बने हुए है लेकिन इस घटना के कुछ देर बाद ही तेहरान स्थित यूक्रेन के दुतावास का कहना है कि विमान दुर्घटना इंजन फेल होने के कारण हुयी है ना कि किसी हमले के कारण और इसका किसी प्रकार के आतंकवादी हमले से भी इन्कार किया । यूक्रेन की इंटरनेशनल एयरलाइन्स ने तेहरान आने वाली सभी उडानों को रद्द कर दिया है ।
ईरान और अमेरिका क्या करने वाले है, विमान हादसा है या हमला ?
इस समय जब अमेरिका और ईरान युद्ध के लिए दोनों आमने – सामने खडे हो और उसी समय ईरान मे एक बडा विमान हादसा का होना अपने आप में एक संशय को पैदा कर देता है। इस हादसे को लोग समझ नहीं पा रहे है भले ही यूक्रेन के दुतावास ने इसे एक तकनिकी गडबडी कहे लेकिन ये पूरी तरह से शक के घेरे में हैं। जब कि अमेरिका ने भी यह कह दिया है कि किसी परिस्थति में वो पिछे नही हटने वाला है यदि उसके किसी भी अमेरिकी ठिकाने को निशाना बनाया जाता है तो उसका मुहतोड जबाब देगा।
ईरान के सबसे बडे धार्मिक नेता का कहना है कि वो कासिम सुलेमानी के मौत को ऐसे जाया नहीं जाने देगें इसका वो बदला अमेरिका से लेकर रहेगें। ईरान तथा ईराक के साथ – साथ और भी खाडी के देशों में सुलेमानी के मौत के बाद अमेरिका के खिलाफ प्रर्दशन हो रहे है। और अमेरिका से बदला लेने की बात कह रहे है।