प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने आज कर्नाटक की राजीव गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस के सिल्वर जुबली कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा की, देश के सामने आज दूसरा विश्व युद्ध के बाद आज सबसे बड़ा संकट आया है, जैसे की दूसरा विश्व युद्ध के बाद से दुनिया बदल गयी वैसे ही कोरोना के बाद से दुनिया पूरी तरह से बदल जाएगी.
अपने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा की की पहले वैश्विकरण को लेकर आर्थिक मसले पर चर्चा होती थी, लेकिन अब मानवता के आधार पर चर्चा करना होगा, भारत ने पिछले ६ साल में जो भी स्वस्थ्य के लिए फैसला लिया है उसपे पे बहत ही मजबूती के साथ उन पिलरो पे कम कर रहा है,
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधन में कहा की हर जिले में मेडिकल कॉलेज की स्थपाना का लक्ष्य रखा है, हमारे देश में वैश्विक लेवल की मेडिकल सुविधाएं शुरू की जाएंगी, अपने संबोधन में उन्होंने आयुष्मान भारत का जिक्र करते हुए कहा कि देश में एक करोड़ से अधिक लोगों को राहत पहुंची है और इनका मुफ्त में इलाज हुआ है हमारा लक्ष्य है कि कोई भी गरीब इस आयुष्मान भारत सुविधा से वंचित ना हो उसका भरपूर लाभ उठाएं, आज हर स्वास्थ्य कर्मी एक सैनिक की तरह काम कर रहा है और देश के लिए खतरा मोल लेते हुए इस लड़ाई को लड़ रहा है क्योंकि कोरोनावायरस नहीं दिखता है और कोरोना वायरस के साथ यह लड़ाई दिख रही है, आज विश्व की पूरी नहीं गए आज भारत के डॉक्टरों पर टिकी है,
उन्होंने कहा की मिशन इंद्रधनुष, आयुष्मान भारत जैसी योजनाओं ने हमारे भारतीय स्वास्थ्य सिस्टम में एक नई जान फूंक दी है
मेक इन इंडिया के तहत सुविधाओं को लेकर नरेंद्र मोदी जी ने कहा कि देश में PPE Kit और N-95 मास्क बन चुके हैं और यह सब भी मेड इन इंडिया है |
आरोग्य सेतु एप जो है वह भारत में ही बनाई गई है उसे अभी तक बाहर करो लोगों ने डाउनलोड कर चुके हैं और देश में सुरक्षाकर्मियों के साथ होने वाली घटनाओं पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उसको बर्दाश्त नहीं किया जाएगा जो ऐसा करता हुआ पाया जाता है उस पर सख्त कार्रवाई होगी और तुरंत एक्शन लिया जाएगा उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों के लिए इंश्योरेंस पॉलिसी का भी सुविधाओं का जिक्र किया |