हिंदू धर्म में रक्षाबंधन पर्व का बहुत ही बड़ा महत्व है इस दिन बहनें अपने भाई की उसकी दीर्घायु की कामना करती हैं. और साथी अपने भाई से एक वचन लेते हैं जो उसको उसके बुरे वक्त उसके किसी भी कार्य में सहायता या उसकी रक्षा हेतु लिया जाता है. भाई अपनी बहन को सुरक्षित और उसकी रक्षा हेतु यह प्रण लेता है. ऐसा हिंदू धर्म का मानना है. या पर्व भाई-बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक है. इस पर्व को उत्तर भारत में बहुत ही जोर शोर से मनाया जाता है. इस पर्व पर बहने अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर इस पर्व को पूर्ण करते हैं. या पर्व श्रवण मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है. इसीलिए इस त्यौहार को राखी पूर्णिमा भी कह सकते हैं .
सन 2020 में रक्षाबंधन पर्व 3 अगस्त को है. साथी 3 अगस्त को श्रवण मास का आखरी दिन है. और उस दिन स्वर्ण मास का आखरी सोमवार भी हैं. श्रावण मास में सोमवार के दिन बहुत ही महत्व रखता है या दिन भगवान शंकर के लिए बहुत ही खास माना जाता है. हिंदू धर्म में स्वर्ण मास में जो सोमवार पढ़ते हैं उन सोमवार को भगवान शंकर के लिए उपवास रखते हैं. कहा जाता है कि इस मास में भगवान शंकर की पूजा अर्चना करने से वह बहुत ही जल्दी खुश हो जाते हैं. तो इसलिए आप मास बहुत ही पुण्य माना जाता है.
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रक्षा सूत्र बांधने की शुभ घड़ी-
बहनें अपने भाइयों को राखी बांधने में समय यह ध्यान रखें उस समय भद्रा कॉल नहीं होनी चाहिए. पुरानी कहावत के अनुसार कहा जाता है कि रावण की बहन ने भद्रा काल में राखी बांधी थी. जिस कारण उसका विनाश हो गया था. बहने इस बात का ध्यान रखें. 3 अगस्त को भद्रा काल सुबह के 9:29 तक है. बहने अपने भाइयों को राखी बांधने का समय 9:30 आरंभ हो जाएगा .दोपहर 1:00 से लेकर शाम 4:35 से बहुत ही अच्छा समय है इसके बाद शाम को 7:30 से लेकर रात 9:30 के बीच में बहुत ही अच्छा मुहूर्त है इस दौरान किसी भी वक्त राखी बांध सकते हैं
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2020 में रक्षाबंधन के दिन बहुत ही अच्छा संयोग बन रहा है इस दिन स्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है इस संयोग में सभी इच्छाएं पूरी होती हैं इसके अलावा लंबी आयु का योग बनता है भाई बहन दोनों की आयु लंबी हो जाएगी 3 अगस्त के दिन चंद्रमा का श्रवण नक्षत्र है मकर राशि का स्वामी शनि और सूर्य आपस में समसप्तकतक योग बना रहे हैं शनि और सूर्य दोनों आयु बढ़ाते हैं ऐसा संयोग 29 सालों के आया है.
2020 में कोरोना कॉल चल रहा है जिस वजह से सोशल डिस्टेंसिंग भी की जा रही है और कई जगह ट्रांसपोर्ट सब यातायात साधन भी बंद है. जिस वजह से भाइयों बहनों को जो एक दूसरे से दूर हैं इस त्यौहार पर मिलना मुश्किल भी हो सकता है. तो जिसके लिए आप ऑनलाइन सर्विस की सहायता ले सकते हैं. जैसा कि मॉडर्न युग में कुछ चीजों का हमें फायदा भी मिला है तो आप इसके माध्यम से आप वीडियो कॉल के जरिए भी आप इस पर्व को उसी समय मना सकते हैं